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ये तन्हाइयां, रुसवाईयां ये बेचैनियां, खामोशियां क

ये तन्हाइयां, रुसवाईयां
 ये बेचैनियां, खामोशियां
कभी खाने को आती हैं तो कभी लगता है कि जैसे
पूरा निगल लिया गया हूं
कभी जाने का नाम नहीं लेती तो कभी लगता है कि जैसे 
इनके बिना इक पल ना जिया जायेगा
वो कहते भी तो हैं ना,,

कि
साया भी जब साथ छोड़ जाए
ऐसी है तन्हाई
रोना चाहे भी , रोना चाहे भी ,,तो,,,
रो भी ना पाएं, ऐसी है तन्हाई
कभी आंखे भर आई, तो,,
कभी आया ना आंखो में पानी ऐसी है तन्हाई,,
रुसवा भी हो गई हमसे ये 
हमारी परछाई,,, ऐसी है तन्हाई,,

,,,,,,,,,,,,

ये साया ये परछाइयां
ये अच्छाइयां ये बुराइयां
ये मन ये बेबसियां
ये काया ये कुर्माइयां/जकड़ाइयां
सब कुछ मन , आत्मा और शरीर को खाए जा रही हैं,,..

©Rakesh frnds4ever
  #Parchhai 
ये #तन्हाइयां , #रुसवाईयां 
 ये बेचैनियां, #खामोशियां 
कभी खाने को आती हैं तो कभी लगता है कि जैसे
पूरा निगल लिया गया हूं
कभी जाने का नाम नहीं लेती तो कभी लगता है कि जैसे 
इनके बिना इक #पल ना जिया जायेगा
वो कहते भी तो हैं ना,,

#Parchhai ये #तन्हाइयां , #रुसवाईयां ये बेचैनियां, #खामोशियां कभी खाने को आती हैं तो कभी लगता है कि जैसे पूरा निगल लिया गया हूं कभी जाने का नाम नहीं लेती तो कभी लगता है कि जैसे इनके बिना इक #पल ना जिया जायेगा वो कहते भी तो हैं ना,, #मन #पानी #परछाई #ज़िन्दगी #साया #rakeshfrnds4ever

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