दूसरों पर दोष मढ़ना आदतन हो गया है, सोए सोए जीना मरना आदतन हो गया है। ठेस-पत्थर, मंजिल-किस्मत जैसे एक हो, अब इल्जाम लगाना आदतन हो गया है। #आदतन दूसरों पर दोष मढ़ना आदतन हो गया है, सोए सोए जीना मरना आदतन हो गया है। ठेस-पत्थर, मंजिल-किस्मत जैसे एक हो, अब इल्जाम लगाना आदतन हो गया है। #vibrant_writer कलम बोल रही हैं.... #with_moli #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #YourQuoteAndMine