मिली थी मुझसे उसी मोड़ पर कभी वो, जिस मोड़ पर अब मैं बैठकर , अपना पूरा दिन बिताता हूं, उससे भी ज्यादा अब तो खुद को सताता हूं , क्यूं बनी रहती है बैचैनी सी हर पल मेरे साथ, क्यूं ये बादलों के बिन भी होती रहती है बरसात, क्यों कोई मेरे सवालों का नहीं देता है मुझको जवाब, तब अन्दर से सिर्फ एक आवाज आती है, कि उस से बिछड़े तो तुम्हें एक ज़माना बीत गया, अरे देखो तो मुड़ के सही आज वक्त को, तुमसे तो तुम्हारा अतीत ही जीत गया !! एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से। #ज़माना बीत गया #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #Jayveer Ghuraiya 's With Collaboration