बचपन और पॉकेटमनी यादें बचपन बाली, बचपन को देख याद आतीं है वो सबसे पैसें मांग कर ,और पाकेट मनी बचाकर गोलक को भरना । मम्मी को साड़ी पसंद आने पर टोड़ कर खरीदना।और नई गोलक लाकर फिर से भरना। गोलक # पाकेटमनी