चरागो ने जला रखे हैं आशियाने कई, अंधेरे में ही डूबे रहे ज़माने कई। लब पर आने की चाहत में आज तक, दिल में ही दबे रहते फसाने कई। खामोशी दिखी है हमारे ही चेहरे पर, सबके दिलों में गूंजे हैं तराने कई।। #सिपाही_यादव✍️✍️ चरागों ने जला रखे है अखियाने कई। #love #poem #shayari