हम तो चेला भी उसका हु़ँ, जिसका कोई गुरू नहीं। हमको तुम क्या कर लोगे, हम तो जिते भी उन्हीं के नाम से है,और मरेगे भी उन्हीं के नाम से। भोजपुरी शायरी