माँ इतना सबकुछ कैसे कर लेती हो आज भी 200 की चीजें 100 में कैसे ले लेती हो सुबह से लेकर रात तक काम करते रहना नॉनस्टॉप खुद बीमार पड़ती तोह ठीक है मुझे बुखार भी हो तोह चल हॉस्पिटल बदन में दर्द रहता है तुम बताती कहा हो छुपाने की कोशिश करती हो पर छुपा पाती कहा हो किचन से तुम्हारा पुराना नाता है और बेलन से गहरी दोस्ती मम्मी कहा है? यही मेरा होता है पहला क्वेश्चन घर पहुचते ही सब का ख्याल एक साथ कैसे रख लेती हो तुम सब के लिए अलग अलग डिश टाइम कैसे बना लेती हो तुम? हर काम में आलराउंडर और फिटनेस की असली मिसाल हम तोह छुट्टी ले लेते है तुम बिजी पूरा साल कभी मन में ऐसे उलटे सीधे ख्याल आते है ना तोह सिर्फ तुम्हारी आँखों में देख लेता हूँ क्योंकि उन आँखों में खुद से जयदा मेरे लिए मुझसे जयदा प्यार होता है तुम्हे देखकर ये बेजान शरीर एक बार फिर जी जाता है इसिलये तोह माँ तुम्हे भगवन से भी ऊँचा दर्जा दिया जाता है❤👍 #माँ❤