अगर पूछता हूं मै तुमसे बताओ मै आज कैसा लग रहा हूं बहुत सही लग रहा हूं अगर अंदर और बाहर , एक जैसा लग रहा हूं क्या बचा हूं मै, मेरे भीतर थोड़ा भी या रोज किरदार बदलता पेशा लग रहा हूं क्यों माफ़ नहीं कर पाता मै किसी को मै क्यों जैसे को तैसा लग लग रहा हूं राम नाम का गमछा , डाल लिया गले में तो एक जान की जान लेती , भीड़ का क्यों अंदेशा लग रहा हूं नेता वाली टोपी लगा ली तो लूट खसोट का क्यों संदेशा लग रहा हूं पगड़ी से हिन्दू , टोपी से मुस्लिम , बोल जाते है मुझे कोई नहीं कहता , कि मै इंसान जैसा लग रहा हूं हिन्द का रहने वाला हूं, मै हिंदुस्तान लग रहा हूं कोई क्यों नहीं कहता , कि मै कुछ ऐसा लग रहा हूं #poeticPandey हिन्दुस्तान मेरी जान #nojotohindi