सत्य की हत्या जो करें आएगी उनकी भी बारी। रामायण या महाभारत अधर्मी सेना ही हारी। स्त्री ज्वाला चंडी काली करती सिंह सवारी। शीतल जल सी ठंडी भी क्रोध की अग्नि भी है नारी। पहाड़ की कंगना अटूट है विरोधी पे पड़ी है भारी। ✍️देववाणी #अखाड़ा