आज प्यारी डायरी को लिखा फिर से। खो गयी थी ये , न जाने क्या हुआ था... मिस किया था - ये तो है बिल्कुल ही लाज़िम। आज फिर से रंग दिए पन्ने कई कुछ मज़ा आया... मीत से जैसे मिले हों! इन इशारों में न जाने बात क्या है, "कागज़ी है पैरहन" , अब क्या लिखें हम! #neelkishayari #neelkikavita #kavita #shayari #phillosophy #yqhindi