मेरा भारत ना मन्दिर ना मसजिद चाहिए, हमें तो मुसकुराता भारत चाहिए। कोई बेर ना हो किसी से, भाईचारे कि वह मिक्षाल चाहिए। भुखे नगें ना हो याहा कोई, ऐसी एक अभियान चाहिए। खिलखिलाति कलियां हो, निश्चिंत हर बाग़बान हो। मिट्टी हो सोनेका, खेतिहर हो मालिक खजाने का। धर्म के नाम पर ना हैवानीयत हो, हर घर मे इनसान हो। हर सपना साकार हो, ऐसा मेरा भारत हो। ना बिबाद हो जातिकि, ना सर झुके कभी माटीकि। तिरंगा लहराता अभिमान से, हो भारतबासी बिजय स्तम्भ पे। अग्रगति कि ऐसी उंचाई चड़े, छोटी सी हर मुसकिल लगे। सर उठाये अभिमान से, हर लब पे ये कथन हो, मेरा भारत सबसे महान है। #मेरा_भारत #India #भारत #Sonbhadra