जानते हो... मुझे समझ नहीं आया कभी कि ईश्वर ने मुझे तुमसे मिलाया या तुमने मिलाया मुझे ईश्वर से, पर एक बात जिसे स्पष्टता मिली मेरे मन को कि ईश्वर को जानने के लिए प्रेम का होना अतिआवश्यक है.. मैंने प्रेम जाना तुम्हारे माध्यम से.. और पाया ईश्वर को... या मैने प्रेम जाना और ईश्वर ने मुझे सौंपा साक्षात प्रेम अर्थात् तुम्हें मेरे हिस्से में ‘मेरे प्रेम’ ! .... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #प्रेम_अर्पण #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा