"समस्याएं" इतनी "ताक़तवर" नहीं हो सकती जितना हम इन्हें मान लेते हैं, कभी सुना है कि “अंधेरे" ने "सुबह" ही ना होने दी हो, "भलाई" करते रहिए, बहते "पानी" की तरह, "बुराई" खुद ही किनारे लग जाएगी "कचरे" की तरह... ©Sarvesh Kumar kashyap #Samasyaein #Takatbar #Subaha #andhera🍁 #pani #Rukabat #Skk_motivator #Rose