तुम्हें एक बात बतानी थी पता है, जब से मैने ये कहा कि तुम कुछ नहीं मेरी ज़िन्दगी में बस वो आखरी दिन था जब में कह सकूं हा मै खुश हूं। पर क्या ने अब वाकिय खुश हूं नहीं मै खुश तो तब तक था जब तक एक सच्चा दोस्त मेरे साथ था अब बस खोजबीन चलती रहती है कि किसी को अपना दोस्त बना सकूं ताकि मुझे खुश रहने की एक वजह तो होगी काश किसी दिन तुम समझ सकती कि मुझे चाहिए था क्या ना मुझे ज़िन्दगी चाहिए ना आने वाला कल तेरे साथ थोड़ा वक्त बैठ कर बात कर सकूं बस इतनी सी मुस्कुराहट चाहिए। लगता है कभी मुझे इस एक कि तलाश कभी ख़त्म होगी ही नहीं शायद उसने भी तेरे अलावा वो खूबी किसी और के दी ही नहीं.... वक्त को किसी तरह से मै मोड़ सकूं उस बीते वक्त में जाने के लिए बस उस एक ही शख्स तक जाना चाहूंगा जहा की मुस्कुराहट में बात ही कुछ अलग थी। जाना अनजाने माहौल को भी जानने वक्त नहीं लगता पर लगता है एक सच्चा साथी को में कभी जान नहीं पाऊंगा पता है अब तो मैने भी हार मान ली है। कियूकी खुश रहना जरूरी तो नहीं है। दुख में भी सब कर सकते है किसी के होने ना होना से कोई फर्क नहीं पड़ता है। आज हूं कल रहूं ना रहूं क्या पता जितना भी समय है मेरा बस वो अब मेरा ही है। ©Ravi Bharti #नेगेटिव #love #truefriend #life #thing #kash #time #you