Nojoto: Largest Storytelling Platform

★ मेरी दीदी ★ दो स्त्रीयाँ हैं मेरे जीवन में जो

★ मेरी दीदी  ★

दो स्त्रीयाँ हैं मेरे जीवन में
जो श्रेष्ठ मुझे बनाती हैं
एक माँ हैं और एक बड़ी दीदी
जो जीना मुझे सिखाती हैं
बच्चपन तो माँ के साथ ही बिता
शिक्षण दीदी की छत्रछाया में हैं
छोटा हूँ मैं सबसे लाड़ला मैं दीदी का हूँ
गलतियों पर वह डाँटती नहीं बस समझाती हैं
सुबह-सुबह जब नींद से आँखें ना खुले तो
समय वह 7 को 8 बजे बताती हैं
कॉलेज की बस ना छुटे मेरी इसलिए
झटपट छुटिकियों में सारे काम निपटाती हैं
टिफिन बना कर तैयार रखती
छूट ना जाये कुछ सामान याद से मुझे याद दिलाती हैं
अकारण देर हो जाए लौट आने में
तो बेचैन हो वह फोन मुझे लगाती हैं
पैसों की कभी कमी महसूस नहीं की मैंने
दीदी पहले ही बिन कहे पैसे बटुयें में रख देती हैं
थोड़ी भी तबियत बिगड़े मेरी तो
वह खान-पान सारी सेवायें करती हैं
मेरे जीवन का प्यारा तोहफा हैं मेरी प्यारी ममता दीदी
जो माँ सी ममता भरभर मुझ पर लुटाती हैं
हाँ! वह दीदी हैं मेरी,हाँ! वह दीदी हैं मेरी 
जो माँ सी ममता भरभर मुझ पर लुटाती हैं


✍️©® #Kishan_Korram ★ मेरी दीदी  ★

दो स्त्रीयाँ हैं मेरे जीवन में
जो श्रेष्ठ मुझे बनाती हैं
एक माँ हैं और एक बड़ी दीदी
जो जीना मुझे सिखाती हैं
बच्चपन तो माँ के साथ ही बिता
शिक्षण दीदी की छत्रछाया में हैं
★ मेरी दीदी  ★

दो स्त्रीयाँ हैं मेरे जीवन में
जो श्रेष्ठ मुझे बनाती हैं
एक माँ हैं और एक बड़ी दीदी
जो जीना मुझे सिखाती हैं
बच्चपन तो माँ के साथ ही बिता
शिक्षण दीदी की छत्रछाया में हैं
छोटा हूँ मैं सबसे लाड़ला मैं दीदी का हूँ
गलतियों पर वह डाँटती नहीं बस समझाती हैं
सुबह-सुबह जब नींद से आँखें ना खुले तो
समय वह 7 को 8 बजे बताती हैं
कॉलेज की बस ना छुटे मेरी इसलिए
झटपट छुटिकियों में सारे काम निपटाती हैं
टिफिन बना कर तैयार रखती
छूट ना जाये कुछ सामान याद से मुझे याद दिलाती हैं
अकारण देर हो जाए लौट आने में
तो बेचैन हो वह फोन मुझे लगाती हैं
पैसों की कभी कमी महसूस नहीं की मैंने
दीदी पहले ही बिन कहे पैसे बटुयें में रख देती हैं
थोड़ी भी तबियत बिगड़े मेरी तो
वह खान-पान सारी सेवायें करती हैं
मेरे जीवन का प्यारा तोहफा हैं मेरी प्यारी ममता दीदी
जो माँ सी ममता भरभर मुझ पर लुटाती हैं
हाँ! वह दीदी हैं मेरी,हाँ! वह दीदी हैं मेरी 
जो माँ सी ममता भरभर मुझ पर लुटाती हैं


✍️©® #Kishan_Korram ★ मेरी दीदी  ★

दो स्त्रीयाँ हैं मेरे जीवन में
जो श्रेष्ठ मुझे बनाती हैं
एक माँ हैं और एक बड़ी दीदी
जो जीना मुझे सिखाती हैं
बच्चपन तो माँ के साथ ही बिता
शिक्षण दीदी की छत्रछाया में हैं