आज सरमा रहा आयना भी आप जो सामने आये , न सवंरो तुम इतना की कांच कांच बिखर जाये ! किसी के ख्वाबों की मलिका हो तुम देख तुम्हे कोई और ललचाये , नजर उठा के देखो जो तुम ये आसमान भी तुम्हारे कदमों में आये ! खिल गई कलियाँ और फूल बन गईं नज़ाकत ये ऐसी किसी-किसी में आये , नशा जो तुम्हारी आँखों में है मय भी देखे तो छलक जाये ! यूँ जाते हो किधर इतरा के तुम देखो जो पलट के तो दिल को जरा करार आये , माना की तुम अमानत हो किसी की में देखूं तुम्हे तो न ये खयानत कहलाये !! #NojotoQuote आज सरमा रहा आयना भी आप जो सामने आये , न सवंरो तुम इतना की कांच कांच बिखर जाये ! किसी के ख्वाबों की मलिका हो तुम देख तुम्हे कोई और ललचाये , नजर उठा के देखो जो तुम ये आसमान भी तुम्हारे कदमों में आये !