नादान-ए-दिल भी अब, सिर्फ तेरी छुआन से ही धड़कता हैं..! प्रेम की ये कैसी लगन लगी हैं प्रिये, जो बांवरा-ए-मन तेरी बाहों में सिमटने को तड़पता हैं..!! ... प्रेम तो अमूर्त हैं, जिसे जैसे भाव, क्रम, शब्दों में ढालो... वैसे ही रूप ले ले.. और बन जाये ईश्वर तुल्य मूर्त रूप प्रेम आकृति 💓"" #love #प्रेमलेखन #इबादत_ए_इश्क़ #collabwithdeepakchandra 🌺😊 #YourQuoteAndMine Collaborating with Deepak Chandra Collaborating with Khamosh Alfaz