ये बेदर्द बरसात, देख तो मेरे हालत मैं हूं बिहार जिसका कोई ना पूछ रहा हाल चाल तू तो है इंसानों से ज्यादा समझदार रुक जा तू अब बरसाना फिर कुछ समय के बाद तब तक सम्भल जाएंगे मेरे हालात थक गया हूं अभी, बचा नहीं कुछ भी बस बच जाने दे इंसानों के जान क्यू की मैं हूं बिहार मै कभी मानता नहीं हार प्राकृति का करता हूं पूरा सम्मान जानता हूं इसमें तेरा कोई दोष नहीं होश में तो मेरी सरकार नहीं इनसे मुझे भी कोई उम्मीदें नहीं इसलिए तो तुझे पुकार रही अपनी तकलीफे बता रही सुन मेरी बेदना अब तो तू थम जा बन्द कर बरसाना मैं हूं बिहार बन्द कर अपनी बरसात जलमग्न हो गया है मेरा पूरा संसार बचा नहीं कुछ भी होने से बरबाद धीमी कर दे तुम भी अब अपनी रफ़्तार मैं हूं बिहार सुन ले तू मेरी पुकार बन न तू भी हमारी सरकार जिसे परवाह नहीं मेरी, जिसे दिख नहीं रही मेरे प्रजा के हालात थोड़ी सी दे दे मोहलत बरसना थोड़े दिनों बाद तब तक सम्भल जाएंगे मेरे हालात ये बरसात सुन मेरी आवाज़ मैं हूं बिहार #alone