प्रेम के किस्से उठा स्वर्ग से हम धरती तक ले आये किसे पता था अपने किस्से बिना प्रेम ही रह जाएंगे । तुम्हें स्वर्ग ले जाना था और हमें धरा पर मरना था खुद को कर गो धूली बेला तुम्हें प्रभाती करना था दुनिया आंख लगाए बैठी फिर एक नई कहानी पर न मिल पाए हम दोनों पर एक कहानी गढ़ना था । यही कहानी इसी जन्म में दुनिया अपनी देखेगी किन्तु सच दोनों के हिस्से बिना प्रेम ही रह जाएंगे किसे पता था अपने किस्से बिना प्रेम ही रह जाएंगे । सञ्जय किरार #river #Thepoetslibrary #sanjaykirar #Hindi #hindipoetry #geet #Shayari