उस रात की बात मैं क्या कहूं उस रात मेरी माँ बहुत ज़ोर बीमार थी बाप नशे मे चूर था, मेरे दो छोटे छोटे भाई बहनों का भूक से हाल बेहाल था, मैं इधर उधर भटक रहा था, रोटी की तलाश में मैं जग रहा था.. बड़ी मुश्किल से एक चाय का गुमटी दिखा, मैंने मालिक से कहा कोई काम हो तो मुझे दे दो मैं जूठे बर्तन भी धों दूँगा, मालिक बड़ा दिलवाला था उसने मुझे नौकरी दे दी बदले में दो पाओ और पाँच रुपये दिया.... मैं दौड़ता हुआ अपने ठिकाने पर गया और थोड़ा थोड़ा सब को दिया, फिर माँ के पास पहुंचा माँ को बहुत उठाया मग़र वो उठी नहीं... मैं अपने आप को खों बैठा और माँ मेरी मुझे छोड़ जा चुकी थी. वो डरावनी रात मैं आज भी सोच डर जाता हूँ!! ★★ सभी रचनाकारों से अनुरोध है कि लिखने से पूर्व कैप्शन भली भांति पढ़ें★★★ ★ आज का विषय :- 'वो डरावनी रात' 😱 इस विषय पर सुंदर अक्षरों में कहानी लिखने का प्रयास करें। ★ इस कोलाब को पूर्ण कीजिये अपने जीवन की किसी घटना का उल्लेख करते हुए रोमांचक कहानी लिखिये। ★ सुंदर शब्दों में छोटी कहानी लिखने का प्रयास करिए,, एवं कहानी वॉलपेपर पर आ जाये इतनी ही बड़ी लिखनी है, शब्दों की कोई सीमा नहीं परन्तु अक्षर स्पष्ट रूप से दिखने चाहिए।