उच्च पराकाष्ठा की थाह रख करनी है अगर कोई बात, बस कदम बढ़ाना होगा करनी होगी एक नई शुरुआत, न आकिंचन न अविचलन न ही रखना कोई संशय,संदेह, परम् होगा जो विश्वास दे पाओगें हर समस्या को मात, प्रतिद्वंद्वी से न डर निडर हो रख कदमों की तू चाप को, रख गिद्ध दृष्टि एकाग्र कर मन एक वार में कर प्रतिघात, खिलेंगे तेरे भी उजड़े गुलशन की कलियों में पुष्पहार, बस करना तो हर वक्त बुलन्द हौसलों से ही मुलाकात। 🌹नमस्ते लेखकों🙏🏼 🌸कोलैब करने से पहले 📌पिन पोस्ट अवश्य पढ़ लें। 🌸 आप सभी दिए गए विषय पर 6 - 8 पंक्तियों में अपनी रचना पूरी करें। 🌸पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें।