आंख से आंसू गिरे थे हमारे पानी जैसा। ख्वाब टूटे थे हमारे कांच जैसा। दिल टूटा था हमारा शीशे के जैसा। अब दिल न लगाना है किसी से एक सन्यासी जैसा। #एकसोच😔 ©Prakash Mishra #Unhappy_Soul 🌈😐 indira प्रवीण कुमार