मुझे बताया गया था कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है इसलिए जब मैंने तुम्हारा प्रेम पाया तो खोया मेरा उदासीन चेहरा;तुम्हारे और मेरे बीच में भरती इस जगह ने खाली किया मेरे भीतर का खालीपन मानो किसी बंजर जमीं की दरार से निकलता नन्हा पौधा खुशी की पैगाम ले आया हो;और तपते हृदय के रेगिस्तानी स्थल में तुम्हारे आलिंगन के संग बरसी करुणा, ममता की शीतल बोछारें, तुम्हारी आत्मा ने सिखायी मुझे आत्मीयता; मुझे मानवता सदैव उनसे सीखने को मिली जिन्हें मानव जीवन से न पृथक किया गया अपितु उनके प्राणों को प्राण ही नही समझा गया मानव समाज में! : Priya Sharma ©Psychic Priya #myfurryangel