जो छिन लिया हैं दिसम्बर ने उसे ये जनवरी कैसे लौटाएगी किस ग़लतफहमी में हो ए #दिप उसकी यादें तो इस साल भी आएंगी आज की हँसी में कल का गम छिपाना चाहता हूँ बिना मरहम के ठीक हो जाना चाहता हूँ कितना भी हस लु जमाने के सामने अकेले में तो ये आँखे भीग ही जाएँगी #दिपकमल 2/1/2020 ✍💔 ©Deep kamal