ये जो इनमें इतनी बेशर्मी है, ये सब पैसों की गर्मी है, पर पैसा कहां शर्मी है वर्ना मालूम होता इन्हे, की जैसी करनी है बैसी भरनी भी है BY- VY "RaMA" #akad ©vy_thoughts ये जो इनमें इतनी बेशर्मी है, ये सब पैसों की गर्मी है, पर पैसा कहां शर्मी है वर्ना मालूम होता इन्हे,