भाई लोगों आप लोग मुझे एक बात गंभीरता से सोच कर बताइयेगा की मेरे माथे को देखकर लगता है कि मैं बेवकूफ हूँ । सच में बताइये की मैं शक्ल से बेवकूफ दिखता हूँ । किसी के साथ भावनात्मक होना बेवकूफी है । मैं कभी चरित्रहीन था । लोग मुझे पता नहीं क्या समझ रहे हैं । बहुत घृणा पनप रही है मन में । लोग कितने झूठे और मक्कार है , बेगैरत हैं , निर्लज्ज हैं थू थू थू ! घिन आती है ऐसे लोगों पर ।