निगाहों में इस कदर मदहोश रहा ज़ुबान ने बात की, मै खामोश रहा मुंसिफ ने पढा फैसला मै मुजरिम था वो ज़ालिम कत्ल करके भी निर्दोष रहा #मुजरिम #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #hindavi #hindvi #vatsaquote