वो इतना संभल गए, कि आज गिरना वो भूल गए। लड़खड़ाते कदमों से ही सही, वो आशियां अपना याद रखते थे। आज संभलते संभलते इतना संभल गए, कि अपने घर को लौटना वो भूल गए। संभलते-संभलते... #संभलते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi