मेरे अहसास... मेरे अल्फाज़...✍️ अब लगता है कि हमारी आजादी बेमानी है, अब हम पशुओं से भी निम्न स्तर पर आ गए हैं। हम इक भीड़ में तब्दील हो गए हैं जो मज़हबी नारे लगाते हुए किसको भी अपना शिकार बना सकती है। #कातिल #नाम #मजहबी #शिकार #afsar_safar #urduhindi_poetry #afsar #nojoto #bestshayari