वक़्त बड़ा तू निर्दय हो चला है मुझसे अब तड़प न सही जाए क्यूँ बिखर रहा सारा संसार यूँ पल पल ये विरह न सही जाए हरपल साँसों को लड़ता जीवन न पकड़ काम आए न आए धन छूट रहे सब माया मोह के बंधन किसी के कुछ भी न समझ आए मुझसे अब तड़प न सही जाए ♥️ Challenge-550 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।