तलाश में निकले हैं सब, जाने किस जहान के, ये पृथ्वी, ये गगन भी छोटे हैं आगे उनके अरमान के मंज़िलों का पता ढूंढ रहे हैं, राह की क़दर नहीं, बेक़दर सब नशे में चूर हैं अपने अभिमान के इकट्ठा करने में लगे हैं, धन-दौलत और शौहरत, कोई बताए इन्हें संग कुछ नहीं जाता सिवाए ईमान के, इक अंधी दौड़ का हिस्सा बन चुके हैं, हम भी-तुम भी, चले जा रहे हैं बस यूँही बिना खुद की पहचान के छोटी-छोटी खुशियों का बड़ा मेला है ज़िन्दगी, चुटकी भर ख़ुशी मगर नसीब नहीं इंसान के|| सुप्रभात। आसमान भर क्या करना, हमें चुटकी भर ख़ुशी बहुत। #ख़ुशी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #vineetvicky #namowrimo2020 #encoreekkhwab #encore_ek_khwab