2 Years of Nojoto जीवन में ठहर जाना सही नहीं है, चलते रहना ही तो जीवन है । जीवन वो पुस की रात है जिसकी ठंडक में बहुत कंपकपी है तो जीवन में आगे बढ़ते रहिए ,चलते रहिए ताकि जीवन ठिठुरने पर मजबुर ना करे । और जब सब कुछ आप के हिसाब से होगा तो दौड़ने में भी हर्ज नहीं है । और जब इस कड़ाके में ,वो कांप रहे है जो ठहरे हुए है ...और उन्हें अगर आप की सफलता पाने की गति से कुछ गर्माहट का अनुभव हो रहा है तो अच्छा ही है । आप तो उनका भला कर रहे हैं । ये ही गर्माहट ईस्या और जलन का रूप ले रही है तो ये उन्हें ही जला कर खा जाएगी। आप और तेज़ दौड़िए ,उन्हें और गर्माहट दीजिए । गर्म