कभी मौक़ा मिले जो ज़िंदगी के भागम-भाग से। फुर्सत में सोचियेगा। आपके दुश्मन आपके साथ ही हैं। बस फर्क़ ये हैं की शायद समझने में आपको देर होने वाली हैं।। *Just a hint before you're going to blame someone for your mistake* °° Mulahiza farmayiyegaa ताउम्र रखते रहे दूरियां जिनसे, अक्सर वही कभी कभी हमारे हमदर्द होते हैं। नहीं? यक़ीन ना आये। तो मुझे देखियेगा,या फिर अपने मां/बाप को।। #just_a_quote #zeher_shayari #zeher_poetry #shaayar #adhoori_kahani #modern_poet #love #hatred #Dosti #open_poetry