वो तेरी सूरत जिसपे कभी मासूमियत झलकती थी, आज उसकी खामी कहीं मुझमें खटकती है। वो तेरा मुस्कुराता चेहरा कभी ज़ख़्म पर मरहम का काम करता था,आज नही दिखता तो कमी अखरती है। क्यों जितना दूर है मुझसे,याद भी उतना ही सताती है। पलकों तले छुपा लेते है अश्क,साथ फकत खामोशियां दे जाती है। तेरी आंखों मे फिर वही चमक देखने को जी करता है। तू आएगा अब पहली बार की तरह,इस चाह में तेरी राहें तकता है। तू अंजान है मेरे हालात से,बेखबर जाता ही नही मेरी खयालात से, क्यूं मेरे यार ख़ुद को सजाएं देता है। देख कर हालत ये तेरी दिल मेरा भी जलता है। आजा ना फिर से,मेरा बच्चों सा मन पल पल तुझे याद करता है। ..._...._....._....._....._....._....._🖤 #lostsomewhere #silencespeaks #memories