मुलाज़ीम हूँ मैं, करता हूँ अपने समय का सौदा हर रोज़, देके दस घंटे अपने दिन के कुछ काग़ज़ की दौलत घर ले आता हूँ! #kumaarsthought #समय #वक़्त #not #काग़ज़ #दौलत