मेरी आवाज़ से अपनी आवाज़ मिलादे, ज़रा से सुर आज इनमें लगादे। गर्दिशों में बीत रही है ये जिंदगी,एक बार तो आ ना यार,सुकून के कुछ पल संग बीता दे। ना मै हीर हूं ना ही तू रांजा।ना ही मै कोइ शहजादी हूं और ना ही तू शहजादा। मै तो एक अदक्ष शायारा,और तू अधूरी सी नज़्म है। रिवाज - ए- उल्फत की तू सबसे जरूरी रस्म है। मिट्टी में मिला देना ए किस्मत मुझे,के मै तेरे बाद तुझसे जुदा हो नही सकती। इससे ज्यादा गवाही मै क्या दूं अपने इश्क़ की,एक तेरे अलावा किसी और की हो नही सकती। बस इतना समझ ले कि तेरी निगाहों से रौशन है संसार हमारा,फकत एक दिए की लौ तो ताउम्र जल नही सकती। दिल नू दिलदार मिला दे मेनू मेरा प्यार मिला दे रब्बा इक बार मिला दे ना दिल पे एहसान ये करदे पूरा अरमान ये करदे चाहे फिर ले ले मेरी जान चाहे फिर ले ले मेरी जान....🖤🖤🎼🎼