हिंदी हैं हम, हिंदुस्तान हमारा खून से हमने गुलशन को सींचा सदा, कौन कहता है भारत हमारा नहीं.. क़त्ल करदो मेरा मुझ को मंजूर है, छोड़ना मुल्क हरगिज़ गवारा नहीं...! #IndiaRejectsCAB