वो एक कप चाय आज भी याद आती है वो एक कप चाय जिसके बहाने से रोक लेती थीं तुम मुझे कुछ और पल अपने साथ और फिर हो जाती थी घंटों बात यूं तो मुझे चाय बिल्कुल नहीं भाती थी पर तुम पूछती थी तो जाने क्यों जुबां पे मेरे सिर्फ़ हां ही आती थी काश कि वो पल फिर लौट पाते तो तुम्हें उस एक कप की कीमत बताते काश कि तुम्हारे लवों पे फिर आ जाए कि हो जाए एक और कप चाय!!! ©Minesh chauhan #एक_कप_चाय #InternationalTeaDay