Nojoto: Largest Storytelling Platform

नदियों के नैहर में जन्मा सागर की मैं आशा हूं पर्वत

नदियों के नैहर में जन्मा
सागर की मैं आशा हूं
पर्वतराज के पांव पर पल कर
साहस की परिभाषा हूं
शोभा जिसकी फर्न बना हो
मैं सावन बारहमासा हूं
कौशिकी की नस से होकर
बहता हुआ सुधा-सा हूं
देवी पूरन की गोद में बस कर
हरता रहा निराशा हूं

©संजीव #नैहर #पर्वतराज #परिभाषा #सावन #बारहमासा

#mountainday
नदियों के नैहर में जन्मा
सागर की मैं आशा हूं
पर्वतराज के पांव पर पल कर
साहस की परिभाषा हूं
शोभा जिसकी फर्न बना हो
मैं सावन बारहमासा हूं
कौशिकी की नस से होकर
बहता हुआ सुधा-सा हूं
देवी पूरन की गोद में बस कर
हरता रहा निराशा हूं

©संजीव #नैहर #पर्वतराज #परिभाषा #सावन #बारहमासा

#mountainday
nojotouser2368746401

Sanjeev Jha

New Creator