यारों सी है खास बडी, छूटे न शराब कभी। हसरत हो जब दिल की लगी, चढ़ती है शराब तभी। आंखों में है नमी ज़ुबान सिली, दिल की है ठगी, तभी चढी। पूरी नी आधी ही पी, बोतल ये गुलाब की। यारों सी है खास बडी, छूटे न शराब कभी। BP हो या लाल परी, देखे न रंग ज़ात कभी, तभी है हर महफिल में घुलती, बोतल ये नवाब की। #sharab #Funny #Hindi #shayri #poem