निंदा करने वाले हमें बेहतर से बेहतरीन बना रहे हैं। कितना कीमत समय, वो हमारे लिए निकाल रहे हैं। बुराई ही सही ,जो उन्होंने , तोहफे बतोर हमें दी है। पर वो बिचारे हमारी कमियां तो हमें गिना रहे हैं। शुक्रिया उन तमाम लोगों का , जिन्होंने हममें खामियां निकाली हैं। आज हम उन्हीं लोगों की वजह से ही तो, आगे बढ़े चले जा रहे हैं। निंदा करने वाले हमें बेहतर से बेहतरीन बना रहे हैं। ©Labhanshi Agrawal(writer) #निंदा #निंदा #Poetry #Journey