टकटकी लगाए रहते हैं रस्तों पे वो इंसान आज कल जिनके कैद किये हुए पंछी वापस कभी लोटे नही थोड़ी सी अक्ल सब को आई होगी दुनियाँ में बड़े हम इकलौते नही #गुरप्रीत_कंगढ़ #footsteps #gurpreetkangarh #hindipoetry #Punjabipoetry