जो सबकी चिंता दूर करें वह नाम है चिंतापूर्णी का जो सबकी मुरादें पूरी करें दरबार है चिंतापूर्णी का जो भक्तों के सिर हाथ धरे वह हाथ है चिंतापूर्णी का जो किसी मुश्किल से कभी ना डरे वह लाल है चिंतापूर्णी का जो भक्तों को दर पर बुलाता है वह प्यार है चिंतापूर्णी का मिल जुलकर सब जो लगाते हैं जय कार है चिंतापूर्णी का ©Anita Mishra #jaimaachintapurniji