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मायका और ससुराल (एक नज़रिया) (कृप्या अनुशीर्षक में

मायका और ससुराल (एक नज़रिया)

(कृप्या अनुशीर्षक में पढ़ें) रीना की शादी को चार साल हो गए थे, उसका एक बेटा भी था अभय, जो एक साल का था। पति हर्ष और सास करुणा उसे बहुत प्यार करते थे, और ससुर महेंद्र सिंह भी कभी उसके साथ ससुर की तरह पेश नहीं आये थे।
रीना की एक नन्द भी थी 'दिव्या'। उनके बीच सहेलियों जैसा रिश्ता था। दिव्या यूँ तो रीना से बड़ी थी मगर उस पर ना हुकुम चलाती और ना कभी किसी बात पर रोक-टोक करती। दिव्या की शादी उसके भाई हर्ष की शादी के दो साल पहले ही हुई थी।
परिवार में हँसी ख़ुशी का माहौल बना रहता था।

एक दिन सास करुणा, पड़ोसन सरिता के साथ अपने बरामदे म
मायका और ससुराल (एक नज़रिया)

(कृप्या अनुशीर्षक में पढ़ें) रीना की शादी को चार साल हो गए थे, उसका एक बेटा भी था अभय, जो एक साल का था। पति हर्ष और सास करुणा उसे बहुत प्यार करते थे, और ससुर महेंद्र सिंह भी कभी उसके साथ ससुर की तरह पेश नहीं आये थे।
रीना की एक नन्द भी थी 'दिव्या'। उनके बीच सहेलियों जैसा रिश्ता था। दिव्या यूँ तो रीना से बड़ी थी मगर उस पर ना हुकुम चलाती और ना कभी किसी बात पर रोक-टोक करती। दिव्या की शादी उसके भाई हर्ष की शादी के दो साल पहले ही हुई थी।
परिवार में हँसी ख़ुशी का माहौल बना रहता था।

एक दिन सास करुणा, पड़ोसन सरिता के साथ अपने बरामदे म