Nojoto: Largest Storytelling Platform

वक़्त फिसलती रही हाथों से मेरे, रेत की तरह ! किनार

वक़्त फिसलती रही हाथों से मेरे, रेत की तरह !
किनारे खड़ा मैं रहा, अनजान सा किसी बेपरवाह की तरह!! 
 #Time is #priceless
वक़्त फिसलती रही हाथों से मेरे, रेत की तरह !
किनारे खड़ा मैं रहा, अनजान सा किसी बेपरवाह की तरह!! 
 #Time is #priceless
aaryajc2918

aarya jc

New Creator