जब रात होती है ,खुद से भी बात होती है। बातों ही बातों में सारी रात होती है। जब.. मैं सोया भी ना था के आंख मूंदे हुए, गम और खुशी की बरसात होती है। जब.. बीते लम्हों की भी यादें, साथ होती हैं। भूले बिसरे लोगों से भी बात होती हैं।जब.. जो भूल गए है हमें, भूलना चाहते है जिन्हे उनसे भी जारी मुलाकात होती है। जब.. करवट बदलते ही थोड़ी आंख लगते ही सुबह की लाली आंखों के साथ होती है।जब.. यहां नीचे से पूरा पढ़ें 👇 जब रात होती है ,खुद से भी बात होती है। बातों ही बातों में सारी रात होती है। जब.. मैं सोया भी ना था के आंख मूंदे हुए, गम और खुशी की बरसात होती है। जब..