मुझें हैं तुमसे मिलने की चाहत, कभी तुम्मे भी वो चाह जगे। तरस जानें के सफ़र में कभी कभी कुछ घंटे मिलना ,देखना, बात करना भी जरूरी होता हैं। यादों की दुनियां में कब तक रोऊं मैं, चेहरे पर मिलने की मुस्कान का आना भी जरूरी होता हैं। ©Divya Roy #milnekichahat