कुछ बच्चों के खाब दूसरों की फूलझडियों में सजते हैं। अरे!! पटाख़े तो बहुत दूर की बात है, इस गली में कुछ घर ऐसे है ..जहां दिवाली के दीए भी नहीं जलते हैं। आज फिर से हमारा मुंह मीठा होगा, कुछ ऐसा सोच कर ही वो लोग दीवाली का इंतज़ार करते हैं। ©Nikita Sharma #Diwali #slums