कुछ गुजरे लम्हें डायरी में चुपचाप रहे थे सो पूछने पर बताया हाल बरसों से मुझे ढूंढ रहे थे वो.... कुछ और भी थे पन्ने वक़्त के साथ ,पता नहीं कहाँ बिछड़ गए वो मिलें गर मुझे तो मिलवाऊंगी आप सब से हो मुझसे खफा कहीं छुपे बैठे होंगे वो #लम्हा#अनुपमा##yqdidi