आज भाग रहा हैै हर आदमी, अंग्रेजी दवाओं के पीछे, भूल चुका हर भारतवासी, अपनी देश की गरिमा, उठो सुबह सूर्य उदय से पहले, कुछ समय ठंडी हवा का पान करो, प्रतिदिन कुछ थोड़ा सा तुम व्यायाम करो, फिर कुछ प्राणायाम करो, रोग भी तुम से दूर भागेंगे, जैसे भाग रहे तुम कोरोना से , ये भारत है,तुम प्रश्न करो ना, इसकी वैज्ञानिक पद्धति पर, भारत के योग और प्राणायाम का, दुनिया ने लोहा माना, पर देखो इसके फूटे भाग्य, इसकी संतानों ने ही ताना मारा, अब संभाल जाओ अब भी बारी है, योग करो तुम रहो सुरक्षित रोगों से ।। आज भाग रहा हैै हर आदमी, अंग्रेजी दवाओं के पीछे, भूल चुका हर भारतवासी, अपनी देश की गरिमा, उठो सुबह सूर्य उदय से पहले, कुछ समय ठंडी हवा का पान करो करो, प्रतिदिन कुछ थोड़ा सा तुम व्यायाम करो, फिर कुछ प्राणायाम करो,